मलेशिया में भारी बारिश और बाढ़ से जनजीवन अस्त व्यस्त, 22 हजार से अधिक लोग बेघर
मलेशिया में भारी बारिश और बाढ़ से जनजीवन अस्त व्यस्त, 22 हजार से अधिक लोग बेघर
कुआलालंपुर। मलेशिया में भारी बारिश का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। भीषण बारिश के कारण देश में चारों ओर त्राहि -त्राहि मची हुई है। हजारों लोग अपना घर छोड़कर रहने के लिए मजबूर हो गए हैं। अधिकारियों ने शनिवार ने बताया कि लगतार हो रही बारिश से देश में बाढ़ आ गई है, जिसमें 11 हजार लोग बेघर हो गए हैं। बाढ़ के कारण सड़को पर पानी भर गया है और शिपिंग भी बाधित हो गई है।
देश में बाढ़ के कहर पर प्रधानमंत्री इस्माइल साबरी याकूब का बयान सामने आया है। शनिवार देर रात एक संवाददाता सम्मेलन में पीएम ने कहा कि बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को बचाने के प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बाढ़ में फंसे लोगों को आश्रय स्थलों तक पहुंचाने में मदद के लिए पुलिस, सेना और दमकल विभाग के 66 हजार से अधिक कर्मियों को देश भर में तैनात किया गया है।
वहीं देश के सबसे बड़े बंदरगाह पोर्ट क्लैंग के अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ से जहाज परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, साथ ही दर्जनों हाईवे और सड़कें भी बंद हो गई है। सोशल मीडिया पर तेजी से एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें एक वीडियो में नदियों में उफान, भूस्खलन और सुनसान सड़कों पर डूबी कारें दिखाई दे रही हैं।
बाढ़ के घटनाक्रम पर नज़र रखने वाली एक सरकारी वेबसाइट के अनुसार, देश के 16 राज्यों और संघीय क्षेत्रों में से आठ में शनिवार को जल स्तर खतरनाक स्तर चला गया है, जिससे आने वाले दिनों में हालात और भी बिगड़ सकते हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सेलांगोर, कुआलालंपुर और कई राज्यों में रविवार तक भारी बारिश जारी रहेगी। लोग बारिश के कहर को देखते हुए अपने-अपने घरों को छोड़कर स्थान बदल रहें हैं।